UPI लेन-देन की सीमा बढ़ी: अब ₹5 लाख तक के ट्रांजैक्शन संभव, जानें कैसे उठाएं फायदा
भारत में डिजिटल पेमेंट का तरीका तेजी से बदल रहा है। पहले जहां लोग नकद भुगतान पर निर्भर थे, अब ज्यादातर लोग ऑनलाइन डिजिटल ट्रांजैक्शन का उपयोग करते हैं। यूपीआई (Unified Payments Interface), जिसे 2016 में लॉन्च किया गया था, आज करोड़ों लोगों द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है। यदि आप भी यूपीआई का इस्तेमाल करते हैं, तो आपके लिए एक बड़ी खबर है। NPCI (National Payments Corporation of India) ने यूपीआई लेन-देन की सीमा को बढ़ा दिया है, जिससे आप अब पहले से अधिक राशि का ट्रांजैक्शन कर सकते हैं।
अब किन कार्यों में कर सकेंगे ₹5 लाख तक का ट्रांजैक्शन?
16 सितंबर 2024 से लागू किए गए नए नियमों के तहत, अब आप यूपीआई के जरिए ₹5 लाख तक के ट्रांजैक्शन कर सकेंगे। खासकर टैक्स भुगतान, अस्पताल के बिल, शैक्षिक संस्थानों की फीस, और आरबीआई के IPO व रिटेल डायरेक्ट स्कीम में आप इस सीमा का उपयोग कर सकते हैं। NPCI ने यह घोषणा अगस्त 2024 में की थी, और अब यह सीमा बढ़ाकर ₹5 लाख कर दी गई है।
यूपीआई से लेन-देन में क्या बदला है?
आपको इस नई सीमा का लाभ उठाने के लिए कोई विशेष प्रक्रिया नहीं करनी होगी। जिस तरह आप पहले यूपीआई से भुगतान करते थे, उसी तरह अब भी कर सकेंगे। अंतर केवल इतना है कि अब आप कुछ विशेष कार्यों में अधिक राशि का ट्रांजैक्शन कर सकेंगे। हालांकि, यूपीआई से अन्य नंबरों में पैसे ट्रांसफर करने की सीमा में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
कौन से बैंक देंगे अधिकतम सीमा?
यूपीआई ट्रांजैक्शन की सीमा बैंक और ऐप दोनों पर निर्भर करती है। उदाहरण के लिए, HDFC और ICICI बैंक के ग्राहक एक दिन में ₹100000 तक का ट्रांजैक्शन कर सकते हैं, जबकि इलाहाबाद बैंक के ग्राहकों के लिए यह सीमा ₹25000 है। यानी आपकी बैंक की यूपीआई ट्रांजैक्शन सीमा के अनुसार ही आप भुगतान कर सकेंगे।
किन कार्यों में मिलेगी नई सीमा का फायदा?
- टैक्स भुगतान: अब आप टैक्स भुगतान के लिए यूपीआई से ₹5 लाख तक का ट्रांजैक्शन कर सकेंगे।
- अस्पताल बिल: अस्पताल के बड़े बिलों का भुगतान भी अब यूपीआई के जरिए आसानी से किया जा सकेगा।
- शैक्षिक संस्थानों की फीस: शैक्षिक संस्थानों में फीस जमा करने के लिए भी ₹5 लाख तक का ट्रांजैक्शन संभव होगा।
- IPO और RBI की रिटेल डायरेक्ट स्कीम: निवेश के लिए भी यह सुविधा अब उपलब्ध है।
क्या सभी ट्रांजैक्शनों में मिलेगी यह सुविधा?
नहीं, यह सीमा केवल कुछ विशेष कार्यों के लिए बढ़ाई गई है। सामान्य यूपीआई ट्रांजैक्शन की सीमा बैंक द्वारा निर्धारित की जाती है और वह पहले जैसी ही रहेगी। इसलिए, यह जरूरी है कि आप अपने बैंक और यूपीआई ऐप की सीमाओं को ध्यान में रखें।
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