NPS में अंशदान का भुगतान करने पर शुल्क
पेंशन फंड एंड रेगुलेटरी अथॉरिटी (PFRDA) ने हाल ही में नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) के अंशदान भुगतान के लिए एक नई सुविधा की घोषणा की है। यह सुविधा अब भारत बिल भुगतान प्रणाली (BBPS) के माध्यम से उपलब्ध होगी, जहां अभिदाता भीम, फोन पे, गूगल पे जैसे लोकप्रिय डिजिटल प्लेटफार्मों का उपयोग करके अंशदान जमा कर सकते हैं। हालांकि, इस नई सुविधा का उपयोग करते समय अभिदाताओं को कुछ शुल्क का भुगतान करना होगा, जो 0.50 रुपये से 4 रुपये तक हो सकता है। इसके अतिरिक्त, अभिदाताओं को लागू जीएसटी (GST) का भी भुगतान करना होगा।
भारत बिल भुगतान प्रणाली (BBPS) का परिचय
भारत बिल भुगतान प्रणाली (BBPS) एक एकीकृत, सुलभ और अंतर्संचालित प्लेटफार्म है जिसे भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा संकल्पित किया गया है और भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा संचालित किया जाता है। BBPS का उद्देश्य आवर्ती भुगतानों के लिए एक सुरक्षित और सुगम प्रक्रिया प्रदान करना है। BBPS के माध्यम से उपभोक्ता विभिन्न डिजिटल प्लेटफार्मों जैसे भीम, उमंग, बैंकिंग मोबाइल एप्स, फोन पे, और गूगल पे का उपयोग करके अपने भुगतानों का निपटान कर सकते हैं।
BBPS की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह उपभोक्ताओं को ‘ईज ऑफ यूज’ का अनुभव कराता है, जिससे डिजिटल भुगतान प्रक्रिया को सरल और उपयोगकर्ता-मित्र बनाता है। इसके अतिरिक्त, BBPS विभिन्न सेवाओं और बिलर्स (विज्ञापकों) की दृश्यता और उनकी पहुंच को भी बढ़ाता है, जिससे उपयोगकर्ता अधिक विकल्पों के साथ भुगतान कर सकते हैं।
NPS में अंशदान जमा करने की नई सुविधा
PFRDA ने NPS में अंशदान जमा करने के लिए BBPS पर एक नया अतिरिक्त चैनल शुरू किया है। इस नई सुविधा के तहत, अभिदाता भीम, फोन पे, गूगल पे जैसे विभिन्न भुगतान एप्लिकेशन का उपयोग करके अपने अंशदान को आसानी से जमा कर सकते हैं। BBPS पर यह नया चैनल अंशदान प्रक्रिया को और अधिक सुलभ और सरल बनाता है, जिससे अभिदाताओं को समय की बचत होती है और वे अपने योगदान को सुरक्षित रूप से जमा कर सकते हैं।
NPS में अंशदान पर लगने वाला शुल्क
BBPS के माध्यम से NPS में अंशदान जमा करने पर निम्नलिखित शुल्क लागू होंगे:
- ट्रांजेक्शन शुल्क: यदि आप एकमुश्त अंशदान जमा करते हैं, तो आपको प्रति ट्रांजेक्शन 0.50 रुपये का शुल्क देना होगा।
- एसआईपी ट्रांजेक्शन शुल्क: नियमित SIP (Systematic Investment Plan) अंशदान के लिए भी प्रति ट्रांजेक्शन 0.50 रुपये का शुल्क लागू होगा।
- एसआईपी पंजीकरण शुल्क: यदि आप SIP पंजीकरण करते हैं, तो इसके लिए 4 रुपये का शुल्क लागू होगा।
- जीएसटी: सभी शुल्कों पर जीएसटी लागू होगा, जिसे अभिदाताओं को अतिरिक्त रूप से वहन करना होगा।
ट्रेल कमीशन और POP शुल्क
PFRDA के अनुसार, BBPS के माध्यम से अंशदान जमा करते समय उपस्थिति अस्तित्व (Point of Presence, POP) के लिए ट्रेल कमीशन लागू होगा। ट्रेल कमीशन वह शुल्क है जो POP को NPS खाते के लिए सेवा प्रदान करने के लिए दिया जाता है। यह शुल्क और POP कमीशन भुगतान प्रक्रिया के दौरान अग्रिम रूप से प्रदर्शित और एकत्रित किया जाएगा, जिससे अभिदाताओं को कोई भी अतिरिक्त शुल्क की जानकारी पहले से ही प्राप्त हो जाएगी।
भुगतान प्रक्रिया और असफल लेनदेन
अंशदान जमा करते समय, सभी शुल्क और कमीशन अभिदाताओं द्वारा अग्रिम रूप से वहन किए जाएंगे। प्रारंभिक रूप से, BBPS एकमुश्त अंशदान का समर्थन करेगा, जिसे ‘टी प्लस वन’ (T+1) आधार पर निपटाया जाएगा। इसका मतलब है कि ‘टी’ तिथि, यानी अंशदान जमा करने की तिथि के बाद अगले कार्य दिवस पर अंशदान का निपटान किया जाएगा।
यदि किसी भी कारण से लेनदेन विफल हो जाता है, तो उस लेनदेन से संबंधित अंशदान को पांच कार्य दिवसों के भीतर अभिदाता को वापस कर दिया जाएगा। यह सुनिश्चित करने के लिए कि अभिदाताओं को किसी भी प्रकार का वित्तीय नुकसान न हो, BBPS इस प्रक्रिया को पूरी तरह से पारदर्शी और उपयोगकर्ता-मित्र बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
SIP पंजीकरण का विकल्प
भविष्य में, BBPS के माध्यम से अंशदान जमा करने की प्रक्रिया को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए SIP पंजीकरण का विकल्प भी पेश किया जाएगा। यह विकल्प अभिदाताओं को नियमित अंशदान जमा करने में सहायता करेगा, जिससे वे अपने पेंशन फंड में नियमित योगदान कर सकेंगे। SIP पंजीकरण का यह विकल्प NPS के अंतर्गत निवेश को और भी अधिक संरचित और अनुशासित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
निष्कर्ष
PFRDA द्वारा शुरू की गई इस नई सुविधा के माध्यम से NPS में अंशदान जमा करना अब और भी अधिक सरल और सुलभ हो गया है। हालांकि, इस सुविधा का उपयोग करते समय अभिदाताओं को कुछ अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना होगा, लेकिन यह सुविधा उन्हें डिजिटल भुगतान के जरिए अंशदान करने में अत्यधिक सहूलियत प्रदान करती है।
मनोज शर्मा एक अनुभवी पत्रकार और कंटेंट क्रिएटर हैं, जिन्हें ग्रामीण और कृषि विषयों पर गहरी पकड़ है। वर्षों के अनुभव के साथ, मनोज शर्मा ने डिजिटल मीडिया के माध्यम से पाठकों को महत्वपूर्ण और प्रासंगिक जानकारी प्रदान करने की कला में महारत हासिल की है। trendynews.live पर, मनोज शर्मा कृषि, वित्त, और ग्रामीण जीवन से जुड़ी ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों को सरल और समझने योग्य भाषा में प्रस्तुत करते हैं। लेखन के अलावा, मनोज शर्मा को समाज और प्रौद्योगिकी के संगम की खोज में समय बिताना पसंद है, जिससे उन्हें अगली बड़ी कहानी की तलाश रहती है।