घर पर बैठे पाएं Digital Life Certificate, पेंशनर्स के लिए बड़ी खबर!

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पेंशनर्स के लिए बड़ी राहत: अब घर बैठे बनेगा डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट

देशभर में लगभग 68 लाख बुजुर्ग पेंशनर्स को हर साल नवंबर में अपना जीवन प्रमाण पत्र (Digital Life Certificate) जमा करना होता है। इस प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए अब सरकार ने डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट की सुविधा घर पर उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए पोस्टल विभाग की सेवाएं ली जाएंगी, जिससे बुजुर्गों को किसी साइबर कैफे या सार्वजनिक सेवा केंद्र जाने की ज़रूरत नहीं होगी।

पोस्टल विभाग की मदद से घर बैठे मिलेगा डिजिटल सर्टिफिकेट

अब बुजुर्ग पेंशनर्स अपने जीवन प्रमाण पत्र को डिजिटल रूप से घर पर ही बनवा सकते हैं। इसके लिए पोस्टल विभाग पेंशनर्स के घर जाकर यह सेवा प्रदान करेगा। इससे लाखों पेंशनर्स को राहत मिलेगी, जिन्हें पहले सार्वजनिक सेवा केंद्र या साइबर कैफे में जाना पड़ता था। केंद्रीय सरकार के आंकड़ों के अनुसार, इस समय देश में लगभग 68 लाख पेंशनर्स हैं, जिनमें राज्य सरकार के पेंशनर्स भी जोड़ें तो यह संख्या और बढ़ जाती है।

देशभर में चलेगा डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट अभियान 3.0

केंद्र सरकार के कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DOPT) द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, 1 नवंबर से 30 नवंबर 2024 तक देशभर में DLC अभियान 3.0 चलाया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य बुजुर्ग पेंशनर्स के जीवन प्रमाण पत्र को घर-घर जाकर जमा करना है। पोस्टल विभाग के इस अभियान के तहत सभी जिला मुख्यालयों और बड़े शहरों में यह सुविधा उपलब्ध होगी।

जिला डाकघरों में भी मिलेगी सेवा

DOPT के अनुसार, जिला डाकघर, पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन, पेंशन वितरित करने वाले बैंक और यूआईडीएआई के साथ समन्वय करके यह अभियान चलाएंगे। पेंशनर्स अपने जीवन प्रमाण पत्र को एंड्रॉइड स्मार्टफोन से फेस ऑथेंटिकेशन के ज़रिए जिला डाकघरों में भी जमा कर सकेंगे।

घर पर मिलेगी सेवा

डाक विभाग के बयान के अनुसार, यह सेवा बुजुर्गों के घर जाकर दी जाएगी। उन्हें जीवन प्रमाण पत्र (DLC) जमा करने के बारे में जानकारी भी दी जाएगी। इस अभियान के दौरान पेंशनर्स को सूचित करने के लिए बैनर्स, सोशल मीडिया, एसएमएस और छोटे वीडियो के माध्यम से जागरूकता फैलाई जाएगी।

तकनीकी समर्थन कौन देगा?

अभियान के दौरान तकनीकी समर्थन यूआईडीएआई और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा दिया जाएगा। यह अभियान पेंशनर्स की डिजिटल सशक्तिकरण के लिए सरकार के प्रयासों को और व्यापक और गहन बनाएगा।

पिछला साल रहा था सफल

साल 2023 में DLC अभियान 2.0 को देश के 100 शहरों में चलाया गया था, जिसमें 1.45 करोड़ पेंशनर्स ने अपने डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा किए थे। इस साल अभियान को और विस्तार दिया गया है, जिससे यह सभी जिला मुख्यालयों और बड़े शहरों तक पहुंचेगा।

क्यों ज़रूरी है डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट?

हर साल पेंशनर्स को यह प्रमाणित करना होता है कि वे जीवित हैं, ताकि उनकी पेंशन नियमित रूप से मिलती रहे। इस प्रक्रिया को पहले मैन्युअल रूप से किया जाता था, लेकिन अब डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट (DLC) ने इस प्रक्रिया को आसान और सुविधाजनक बना दिया है। पेंशनर्स अब बिना किसी कठिनाई के अपने जीवन प्रमाण पत्र डिजिटल तरीके से जमा कर सकते हैं, जिससे उनके समय और ऊर्जा की बचत होती है।

डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनाने की प्रक्रिया

डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनाने के लिए पेंशनर्स को एक प्रमाणित डिवाइस जैसे कि एंड्रॉइड स्मार्टफोन का उपयोग करना होता है। इसके लिए उन्हें ‘जीवन प्रमाण’ ऐप का इस्तेमाल करना होगा, जहां पर बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन के माध्यम से प्रमाण पत्र जनरेट किया जा सकता है। यदि पेंशनर्स घर पर यह प्रक्रिया नहीं कर सकते हैं, तो पोस्टल विभाग उनके घर जाकर यह सेवा प्रदान करेगा।

  1. जीवन प्रमाण ऐप डाउनलोड करें – पेंशनर्स को सबसे पहले एंड्रॉइड फोन में ‘जीवन प्रमाण’ ऐप इंस्टॉल करना होगा।
  2. बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन – इसके बाद उन्हें आधार कार्ड और बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन की मदद से डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जनरेट करना होगा।
  3. सर्टिफिकेट सबमिट करें – जनरेट किया गया प्रमाण पत्र सीधे सरकार की ऑनलाइन प्रणाली में जमा हो जाता है, जिससे पेंशनर्स को अपने प्रमाण पत्र की हार्ड कॉपी जमा करने की आवश्यकता नहीं होती।

पोस्टल विभाग की सहायता कैसे मिलेगी?

पोस्टल विभाग अब घर-घर जाकर पेंशनर्स के लिए यह सेवा प्रदान करेगा। पेंशनर्स को सिर्फ डाकघर से संपर्क करना होगा या पोस्टल विभाग द्वारा भेजे गए निर्देशों का पालन करना होगा। डाक विभाग का कर्मचारी पेंशनर्स के घर जाकर डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जनरेट करने में मदद करेगा। यह प्रक्रिया पूरी तरह से सुरक्षित और आसान होगी, ताकि बुजुर्ग पेंशनर्स को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

कैसे मिलेगी ज्यादा जानकारी?

इस अभियान के बारे में ज्यादा जानकारी प्राप्त करने के लिए पेंशनर्स डाक विभाग की वेबसाइट पर जा सकते हैं, या अपने नजदीकी डाकघर से संपर्क कर सकते हैं। साथ ही, उन्हें जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की अंतिम तिथि के बारे में समय-समय पर एसएमएस और सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी जाएगी।

निष्कर्ष

डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट अभियान 3.0 सरकार का एक बड़ा कदम है, जिससे देश के लाखों बुजुर्ग पेंशनर्स को लाभ होगा। अब उन्हें प्रमाण पत्र जमा करने के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी, और वे घर बैठे आसानी से यह प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे। इससे न केवल पेंशनर्स को सुविधा मिलेगी, बल्कि उनके समय और धन की भी बचत होगी।

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